अनाहत चक्र ( मतलब अजेय अथवा खुला ) या हृदय चक्र यह मानवी शरीर का 4 था मुख्य चक्र होता है । दूसरों के साथ आपस में बाँटे हुए गहरे रिश्ते और बिना शर्त प्यार की स्थिति को नियंत्रित करता है । चूँकि प्यार एक उपचारात्मक शक्ति है, यह चक्र भी चिकित्सा का केंद्र माना जाता है । परोपकारिता, खुद के लिए तथा दूसरों के लिए प्यार, क्षमा, अनुकम्पा तथा सुख यह संतुलित अथवा खुले अनाहत चक्र की गहरी विशेषताएँ है । इसमें इच्छाओं को पूरा करने की शक्ति है और अगर चक्र को सही प्रकार से संतुलित और शुध्द है तो मनोकामनाएँ जल्दी से पूरी हो जाती है ।
यह चक्र कमल के साथ 12 पंखुडियाँ ( दिल की बारह दिव्य गुणों को सूचित करता है ) के साथ प्रतीकात्मक दर्शाया जाता है । इसका मंत्र ` यम ‘ है तथा रंग हरा है ।