प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में समरसता और आंतरिक शांति प्राप्त करने के लिए स्वस्थ मानसिक शांति की आवश्यकता होती हैं। आप हर दिन अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए काम करते हैं और पैसा कमाते हैं। लेकिन, एक चीज जिसे आप धन से भी नहीं खरीद सकते हैं वो है आंतरिक शांति। लोग अक्सर जीवन में शांति लाने के लिए कई काम करते हैं जैसे कि संगीत सुनना, योग, ध्यान करना आदि। प्राचीन वैदिक काल में, लोग आंतरिक शांति प्राप्त करने के लिए वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों को लागू करके ऊर्जा की प्राकृतिक शक्ति की मदद लेते थे। साथ ही अपने स्वस्थ और खुशहाल जीवन का मार्ग प्रशस्त्र करते थे।
वास्तु शास्त्र एक प्राचीन तकनीक है जिसका उपयोग हमारे पूर्वजों ने भली प्रकार से किया है। वे वास्तु दिशानिर्देशों के आधार पर घरो का निर्माण करते थे। उनके जीवन मे सही संतुलन और सद्भाव बनाने की इस प्राचीन प्रणाली के कई दिशानिर्देश का उपयोग हाल के दशकों में काफी बढ़ गया है। आपको द्वारा घर का निर्माण करते समय कई वास्तु सिद्धांतों पर विचार और जोर देने की आवश्यकता है क्योंकि वही सही जीवन शैली जीने में आपकी सहायता करते हैं। दिशा, संरचना, ऊर्जा और चक्र, ये चार विज्ञान हैं जिनका प्रयोग आधुनिक दुनिया में लागू वास्तु के अंदर किया जाता है। वास्तु शास्त्र की अवधारणा का मुख्य तात्पर्य यह है कि घर का निर्माण इस तरह से किया जाए कि यह घर के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करे और आंतरिक शांति लाए।
हमारे आस पास इस ग्रह पर मौजूद प्रत्येक वस्तु और जीवों में एक ऊर्जा मौजूद है। पृथ्वी पर मौजूद यह ऊर्जा नकारात्मक या सकारात्मक हो सकती है। लेकिन आप अपने जीवन की अव्यवस्थाओं को दूर करके व स्वच्छता बनाए रख कर अपने घर में एक स्वस्थ और सकारात्मक वातावरण बना सकते हैं। हमारे आस पास से इस ऊर्जा को हटाया नहीं किया जा सकता है लेकिन वास्तु के उपयोग से इस नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा में बदला जा सकता है। वास्तु के इन पांचों
तत्वों यानि वायु, जल, अग्नि, पृथ्वी और अंतरिक्ष से उत्पन्न होने वाली ऊर्जा किसी व्यक्ति को प्रभावी रूप से स्वस्थ कर सकती है। किसी भी व्यक्ति के जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए सही व सकारात्मक ऊर्जा का योगदान महत्वपूर्ण रहता है। ये सकारात्मक ऊर्जा उनके जीवन को सफलता की और ले जा सकती हैं।
ऊर्जा विज्ञान हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह ब्रह्मांड सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर है, लेकिन हमारे आस पास के माहौल में यह ऊर्जा कई कारणों से असंतुलित हो जाती है। इन चारों विज्ञानों के सही उपयोग से हमारे आस पास सकारात्मक ऊर्जा या कंपन का स्तर बढ़ता में है। यह ऊर्जा के संतुलन को सुनिश्चित करता है जो हमारे भीतर शांति, एकांत और सामंजस्य लाने का कार्य करती है। आप वास्तु के जरिए अपने घर में मामूली बदलाव कर के अपने जीवन में बहुत बड़ा बदलाव ला सकते है, जो अंततः आपके जीवन में खुशहाली, सुख, समृद्धि और समरसता लाता हैं।