बोरवेल की उत्तर–पूर्व (ईशान) दिशा के अलावा अन्य किसी भी दिशा में उसकी उपस्थिति, वह चर्चा करने और समझने के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण मुद्दा है।माना जाता है कि यदि उत्तर–पूर्व (ईशान) दिशा घर के सामने आती हो और उसी दिशा में बोरवेल स्थापित किया जाये तो यह घर मालिक के लिए बहुत ही लाभदायी साबित होता है और इस वजह से परिवार की आर्थिक परिस्थिति में सुधार आता है।यदि उत्तर–पूर्व (ईशान) दिशा, घर के अन्य किसी भी हिस्से में होती है, तब भी वह परिवार के लिए किसी भी प्रकार की समस्या खड़ी नही करती ।लेकिन यही, उत्तर–पूर्व (ईशान) दिशा घर के पिछले हिस्से आती हो और उस दिशा में बोरवेल लगाया जाये तो उस परिवार के लिए हरएक प्रकार की आर्थिक समस्याओं का वह कारण बन सकता है और उस घर में रहनेवाले परिवार के लिए हरएक संभावित मार्ग से नकारात्मक शक्तियों का दबाव होगा।