अनुकूल दिशा या प्रतिकूल दिशाएँ व्यक्ति के जन्मतिथि पर आधारित होती हैं । प्रत्येक व्यक्ति की उपयुक्त रूप से चार शुभ और चार अशुभ दिशाएँ होती है । दक्षिण या पूर्व दिशा अगर व्यक्ति के लिए अनुकूल दिशा हो तो इन दिशाओं की तरफ सामना करके घर या प्रतिष्ठान हो तो समृध्दि प्राप्त करना संभव है ।

सरल वास्तु चार्ट आपके जन्मतिथि के आधार पर आपको अनुकूल दिशाएँ प्रदान करता है । अगर आपके कार्यस्थल या घर का मुख्य द्वार अनुकूल दिशा में नहीं आता है तो तो आप सब कुछ अर्थात स्वास्थ्य, धन, समृध्दि, रिश्ते और प्रसिध्दि खो देते हैं । अगर मुख्य द्वार दूसरे, तीसरे अथवा चौथे प्रतिकूल दिशा के अंतर्गत आता है तो यह खराब परिणाम देता है । इस तरह से व्यापार में नुकसान, परिवार में अशांति, अदालती मामले, स्वास्थ्य की समस्याएँ आदि के रूप में नकारात्मक प्रभावों का कारण बन सकता है ।

लेकिन शुभवार्ता यह है कि, सरल वास्तु जैसे लोकप्रिय शास्र में हर समस्या के लिए समाधान है । सारी समस्याओं के लिए यह उचित तथा उपयुक्त सार्वभौम समाधान है । इस तरह से घर में कोई भी संरचनात्मक बदल करने की आवश्यकता नहीं है जैसे कि आपके घर के मुख्य द्वार का पुनर्निमाण आदि । सरल वास्तु के सही कार्यान्वयन के माध्यम से व्यक्ति के वास्तु दोष के नकारात्मक प्रभावों पर काबू पा सकते हैं जब सरल वास्तू उपाय नकारात्मक ऊर्जा का अवरोध करते हैं और घर के आसपास की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं ।