अनुकूल दिशा या प्रतिकूल दिशाएँ व्यक्ति के जन्मतिथि पर आधारित होती हैं । प्रत्येक व्यक्ति की उपयुक्त रूप से चार शुभ और चार अशुभ दिशाएँ होती है । दक्षिण या पूर्व दिशा अगर व्यक्ति के लिए अनुकूल दिशा हो तो इन दिशाओं की तरफ सामना करके घर या प्रतिष्ठान हो तो समृध्दि प्राप्त करना संभव है ।
सरल वास्तु चार्ट आपके जन्मतिथि के आधार पर आपको अनुकूल दिशाएँ प्रदान करता है । अगर आपके कार्यस्थल या घर का मुख्य द्वार अनुकूल दिशा में नहीं आता है तो तो आप सब कुछ अर्थात स्वास्थ्य, धन, समृध्दि, रिश्ते और प्रसिध्दि खो देते हैं । अगर मुख्य द्वार दूसरे, तीसरे अथवा चौथे प्रतिकूल दिशा के अंतर्गत आता है तो यह खराब परिणाम देता है । इस तरह से व्यापार में नुकसान, परिवार में अशांति, अदालती मामले, स्वास्थ्य की समस्याएँ आदि के रूप में नकारात्मक प्रभावों का कारण बन सकता है ।