हम अपना दो तिहाई समय कार्यालय में बिताते हैं, इसलिए यह देखना महत्वपूर्ण है कि क्या यह स्थान आपके जीवन को सकारात्मकता से जोड़ता है या आपकी शांति और आनंद में खलल देता है। यदि वास्तु दोष के कारण, आपका कार्यालय कई परेशानियों जैसे मानसिक तनाव, सह कर्मियों, बॉस, हितधारकों आदि के बीच खराब संबंध या आर्थिक हानि आदि से गुज़र रहा है तो आपको कार्यालय में वास्तु सही करने की आवश्यकता है। कार्यालय या ऑफिस के वास्तु के द्वारा हम कार्यालय में कार्य का एक अच्छा माहौल पैदा कर सकते हैं।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि वास्तु एक विज्ञान है जो ऊर्जा के प्रवाह पर आधारित होता है। हमारे अंदर व आसपास रहने वाली कॉस्मिक ऊर्जा में असंतुलन होने से हम पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वास्तु शास्त्र अनुकूल दिशाओं, सही संरचना व 7 चक्रों को सक्रिय कर के इस असंतुलित ऊर्जा को संतुलित करता है। हम में से ज़्यादातर लोग वास्तु के एल्गोरिथ्म के बारे में नहीं जानते कि यह कैसे काम करता है? गुरुजी के अनुसार, “वास्तु शास्त्र, सभी के लिए वास्तु उपायों का एक जैसा सेट नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति की जन्म तिथि पर निर्भर करता है।”
एक पिता ने अपने व्यवसाय में एक ही कार्यालय में काम करते हुए सफलता पाई लेकिन वहीं उसका बेटा उसी कार्यालय में सफलता नहीं पा रहा है और नुकसान का सामना कर रहा है।
इसका कारण है कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक निर्धारित दिशा अनुकूल होती है और यह अनुकूल दिशा व्यक्ति की जन्म-तिथि द्वारा तय किया जाता है। व्यापार व कार्यालय के लिए वही वास्तु पिता के लिए अनुकूल है जबकि बेटे के लिए अनुकूल और लाभकारी नहीं है।
सरल वास्तु ने वास्तु शास्त्र के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर काम किया है और 20 वर्षों के गहन शोध और ज्ञान के साथ, गुरुजी ने सरल वास्तु सिद्धांतों को स्थापित किया। ये सिद्धांत घर अथवा कार्यक्षेत्र में गलत दिशा, संरचना और प्लेसमेंट के कारण उत्पन्न बाधा द्वारा ऊर्जा के असंतुलन पर केंद्रित हैं। कार्यालय या ऑफिस में इन वास्तु दोषों का सही कर के कार्यालय में सकारात्मकता को बढ़ाया जा सकता है। कार्यालय या ऑफिस के लिए उपयुक्त और प्रभावी वास्तु उपायों को लागू कर के अपने कार्य मे प्रगति व विकास को देखा जा सकता है। सरल वास्तु आपको संरचना और प्लेसमेंट के लिए सर्वोत्तम दिशा बताता है।