सफलता की सीढ़ी चढ़ने के लिए सभी को एक स्थिर और समृद्ध कैरियर की आवश्यकता होती है। हम सभी सफल बनने के लिए अपने जीवन में बेहतर अवसरों के लिए प्रयास करते हैं। हमारा बढ़ता कैरियर हमारी खुशियों और सफलता को परिभाषित करता है। लेकिन कभी–कभी ऐसा होता है कि हमारे द्वारा की गई मेहनत के अनुसार मनचाहा परिणाम नहीं मिलता है। हमें वह नहीं मिलता जो हम चाहते हैं या जिसके हम लायक होते है। हमारे सभी प्रयास कम ही पड़ते हैं। ऐसा क्यों होता है? क्या कोई ऐसा कारण है जो हमारी सफलता में परेशानियां बना रहा है?
इसका कारण हमारे चारों तरफ और हमारे भीतर कॉस्मिक ऊर्जा का असंतुलन हो सकता है। कॉस्मिक ऊर्जा वह ऊर्जा है जो हमारे सामने आने वाली अनुकूलता और प्रतिकूलता को निर्धारित करती है। इस ऊर्जा का लंबे समय तक नकारात्मक बने रहना हमें नुकसान पहुंचा सकता है। इसे संतुलित रखने के लिए हमें उन कारकों का पता लगाना होगा जो इस अदृश्य लेकिन प्रभावशाली ऊर्जा को प्रभावित कर रहे हैं। वास्तु दोष इसका एक मुख्य कारण हो सकता है।
गुरुजी का दृढ़ विश्वास है कि किसी भी राष्ट्र का भविष्य बनाने के लिए तीन कारको कार्यबल यानी कुशल कर्मचारी, उत्पादकता और कौशलता का सही दिशा और दशा में चलना आवश्यक हैं। गुरुजी ने वास्तु के अपने गहन ज्ञान के ज़रिये जीवन–परिवर्तनशील सरल वास्तु सिद्धांतों को बनाया है।
सरल वास्तु सिद्धांत किसी भी व्यक्ति के लिए अनुकूल दिशाओं की मदद से कॉस्मिक ऊर्जा को संतुलित करने पर ध्यान देता हैं। सरल वास्तु सिद्धांतों के अनुसार, कैरियर के लिए वास्तु का आधार उस व्यक्ति व्यक्ति की जन्म–तिथि को माना जाता है। वास्तु की मदद से आप अपने कैरियर को सही दिशा और गति दे सकते हैं।
ये सिद्धांत नौकरी से संबंधित समस्याओं के लिए वास्तु समाधान बताते हैं। इन उपायों की मदद से कोई भी व्यक्ति अपने कैरियर में विकास व वृद्धि देख सकता है। अपने व्यवसाय में विकास के लिए निम्नलिखित परिस्थितियों में वास्तु द्वारा बताई गई दिशा का पालन करना चाहिए:
- कार्य करते समय
- साक्षात्कार की तैयारी के समय
- साक्षात्कार में भाग लेने हेतु
- बैठकों में भाग लेते वक़्त
- बैठकें आयोजित करने के दौरान
- आधिकारिक प्रस्तुतियाँ देने के लिये
- सहकर्मियों के साथ बातचीत करते समय
वास्तु में प्रचलित गलत धारणाओं का वर्णन करते हुए, उन्होंने बताया कि वास्तु सभी लोगों के लिए कुछ ख़ास नियमों का एक समूह या सेट नहीं है। यह नियम प्रत्येक व्यक्ति की जन्म–तिथि के अनुसार अलग–अलग होते हैं जिसका प्रभाव हर व्यक्ति में भिन्न होता है। एक पिता अपने व्यवसाय में बहुत सफल होता है लेकिन दूसरी ओर उसका बेटा उतना सफल नहीं हो पाता है। एक जैसे वास्तु समाधान होने के बावजूद भी ? इसलिए यह आवश्यक नहीं है कि एक वास्तु समाधान किसी दूसरे के लिए भी उतने ही प्रभाव से काम करेगा जितने प्रभाव से आपके लिए कडता हो।
सरल वास्तु में हम आपके व्यवसाय (कैरियर) में प्रभावकारी और श्रेष्ठ परिणाम प्राप्त करने के लिए परामर्श प्रदान करते हैं। सरल वास्तु सिद्धांतों की मदद से, व्यक्ति जीवन में सकारात्मक परिणाम ला सकता है और साथ ही अपने काम और व्यवसाय के विकास में तेज़ी ला सकता है।
क्या आप जानते है?
सरल वास्तु सिद्धान्तों को अपनाने के बाद, आप 9 से 180 दिनों के भीतर अपनी व्यवसाय से संबंधित बड़ी समस्याओं को हल कर सकते हैं?