आप सोच रहे होंगे कि रंगों के त्यौहार “होली” में खुशियाँ बढ़ाने में वास्तु शास्त्र कैसे मदद करता है? हम सभी ऊर्जाओं से बने होते हैं और हमारी आंतरिक ऊर्जा हमारे व्यक्तित्व और स्वास्थ्य को दर्शाती है। कभी-कभी विभिन्न आंतरिक और बाह्य कारकों के कारण, हमारे भीतर की ऊर्जा असंतुलित हो जाती है और हम बेचैन, चिंतित, अस्वीकार्य, उदास महसूस करने लगते हैं। यह हमारी बाहरी आभा को प्रभावित करता है और हम लोगों के साथ जुड़ने, मन की स्थिरता, मानसिक शांति और स्वास्थ्य की कमी का अनुभव करने लगते हैं। यह एक वैज्ञानिक तथ्य है कि प्रत्येक रंग का हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर अपना अलग प्रभाव पड़ता है। रंगों में उपचार की शक्ति होती है और यह आपकी विभिन्न स्वास्थ्य और व्यक्तित्व संबंधी समस्याओं को ठीक कर सकता है।
सरल वास्तु आपको दूसरों के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने और बनाए रखने के लिए विभिन्न वास्तु उपाय प्रदान करता है। यह आपको वास्तु समाधान प्रदान करता है जो आपको कई बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ने में मदद करता है। उसके लिए आपको अपने भीतर और आसपास की ऊर्जा को संतुलित करने की आवश्यकता है। सरल वास्तु सिद्धांतों की सहायता से, दिशा, संरचना और चक्रों के माध्यम से कॉस्मिक ऊर्जा को जोड़ा, संतुलित और उसे चैनलाइज़ किया जा सकता है। सक्रिय चक्र आपको आत्मविश्वास बढ़ाने में सक्षम बनाते हैं व बीमारी के खिलाफ खड़े होने के लिए आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करते हैं। यह आपको अपने आस-पास के लोगों के साथ एक खुशहाल रिश्ता बनाने में मदद करता है और आप उन पर अच्छी छाप छोड़ते हैं।
गुरुजी ने बताया कि आपकी जन्म-तिथि कैसे आपके व्यक्तिगत विकास और समग्र स्वास्थ्य में मदद करती है। ऐसा करने में आपकी जन्म तिथि महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। प्रत्येक व्यक्ति के पास उसकी जन्म तिथि के आधार पर अद्वितीय, अनोखे और अनेक वास्तु समाधान होते हैं जो कि सरल वास्तु द्वारा विश्लेषण के माध्यम से प्रदान किए जाते हैं।
इस होली आप मज़बूत और दीर्घायु रिश्तों को बनाने के साथ अच्छे स्वास्थ्य, खुशी, सद्भाव और शांति ला सकते हैं। यहाँ होली के लिए कुछ वास्तु उपाय दिए गए हैं: