वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है, जो प्रकृति द्वारा दिए स्त्रोत को अधिक से अधिक वैज्ञानिक तरीकों से उपयोग में लाकर भवन और इमारतों में वास्तुकला के आधार पर एक सुव्यवस्थित वातावण तैयार करता है। यह समाज में लोगों को एक स्थान पर रहने के लिए सक्षम बनाता है जिससे घर में धन ,बेहतर स्वास्थ्य, समग्र खुशियां और आराम के साथ लोग अपना जीवन जी पाते हैं।

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दिल्ली प्राचीन और मध्ययुगीन भारत के अल्ट्रा शक्तिशाली साम्राज्यों का घर था। दिल्ली, मध्यकालीन युग और आध्यात्मिक महत्व के स्थानों से ऐतिहासिक स्मारकों में अपनी विरासत के लिए जाना जाता है। इन स्मारकों में वास्तु अभिप्राय था।

प्राचीन और मध्ययुगीन समय से ही दिल्ली भारत का एक शक्तिशाली साम्राज्यों का केंद्र था। दिल्ली का मध्यकालीन समय से ही बहुत बड़ा ऐतिहासिक तथा आध्यात्मिक महत्व है। यहां पर मौजूद अनेक ऐतिहासिक स्मारक अपनी ऐतिहासिक विरासत का प्रमाण देते हैं। इन स्मारकों में वास्तु शास्त्र का उपयोग बहुत प्रचुरता से किया गया है।

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