गुरूजी का दृढ़ विश्वास है कि देश का निर्माण उसके युवा वर्ग के मेहनती और शिक्षित होने से ही होता है। गुरुजी ने अपने शोध में ये पाया कि आज के युवाओं को नौकरियों और कैरियर ( भविष्य) से जुड़ी अनेक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है और इसके मूल में कारण है उनके भीतर आत्मबल व आत्मविश्वास की कमी होना। इस नकारात्मक के पीछे कारण है आपके आस पास के वातावरण में कॉस्मिक ऊर्जा का असंतुलित होना।
शिक्षित और अच्छी योग्यता होने के बावजूद भी कई व्यक्तियों और परिवारों को नौकरी और काम से जुड़ी अनेक समस्याओं से दो चार होना पड़ता हैं और इसका कारण है उनके अन्दर और बाहर के वातावरण में कॉस्मिक ऊर्जा का असंतुलन।
गुरुजी का मानना है कि किसी भी व्यक्ति के करियर और नौकरी के लिए सही दिशा उनके जन्म-तिथि पर आधारित होती हैं।