वास्तु शास्त्र के अनुसार, दर्पण में परावर्तित ऊर्जा को बढ़ाने की शक्ति होती है, जो सकारात्मक या नकारात्मक होती है। अगर आपके घर में प्रचुर मात्रा में सकारात्मक ऊर्जा है तो सही दिशा में लगाया गया दर्पण सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकता है। जबकि यदि आपका घर नकारात्मक ऊर्जा का सामना कर रहा है, तो दर्पण गलत तरीके से स्थित होने पर नकारात्मकता बढ़ा सकता है।
घर में दर्पण का क्या महत्व है? घर में दर्पण की उपयोगिता मुख्य रूप से कांच, सजावटी वस्तु और घर में उपलब्ध स्थान को बढ़ाने के रूप में मानी जाती है। घर की सुंदरता को बढ़ाने के लिए, हम आम तौर पर कलाकृतियों के रूप में दर्पण का उपयोग करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अनुचित रूप से स्थित दर्पण आपके और आपके परिवार के सदस्यों के लिए जीवन से जुड़ी विभिन्न समस्याओं का कारण हो सकते हैं।
दर्पण एक जल तत्व है जो इसकी प्रतिबिंबित गुणवत्ता यानी कि परछाई के कारण है। घर में जल तत्व जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करता है। चूंकि घर में पानी सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा को दर्शाता है, इसलिए सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने और नकारात्मक ऊर्जा को रोकने के लिए घर में दर्पण के लिए वास्तु का उपयोग करना आवश्यक है। वास्तु के अनुसार लगाए गए दर्पण सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ा सकते हैं और घर में समृद्धि ला सकते हैं।
सरल वास्तु की मदद से, हम आपको ऊर्जा को संतुलित करने के लिए दर्पण रखने के लिए सही स्थान और दिशा-निर्देश प्रदान कर सकते हैं। गुरुजी के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति की अपनी चार अनुकूल और चार प्रतिकूल दिशाएं होती हैं जो उसके जन्म-तिथि से तय होती हैं। घर में समृद्धि व खुशियों को बुलाने के लिए, हमें क्रमशः दिशा, संरचना और चक्र के माध्यम से ब्रह्मांडीय ऊर्जा को जोड़ने, संतुलित करने और चैनलाइज़ करते हुए सरल वास्तु सिद्धांतों का पालन करने की आवश्यकता है। एक सरल वास्तु विशेषज्ञ आपको घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए दर्पण से संबंधित कई महत्वपूर्ण व कारगर वास्तु समाधान प्रदान करता है।
सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए, आपको घर में दर्पण के लिए अनेक वास्तु उपायों या वास्तु टिप्स का पालन करना चाहिए। ये टिप्स हैं: