विवाह, भारत में लाखों युवा पुरूष तथा महिलाएँ एक दिन विवाह करने का सपना देखते हैं । लोग विवाह करने से पहले, मानते हैं कि ढेर सारी अच्छाई तथा प्यार से भरी हुई विवाह एक मिठास से प्रेरित यात्रा है । लेकिन मेरे दोस्त का तो यही सपना है । हर दम्पति को भले ही उनके रिश्ते कितनेही स्वस्थ हो इस कठिन अवस्था से जाना पड़ता है । हर रोज के मसले कि कौन सही है और कौन गलत को सुलझाने की रस्साकसी तथा बाद में छोटी से छोटी चर्चा का समझौता करते करते लड़ाई बन जाती है । हम कहते हैं कि असामान्य रिश्तों का विकास संघर्षो की कमी होने की वजह से नहीं बल्कि झगड़ों को कैसे हल किया जाए इसके पॅटर्न का निर्धारण करने से होती है ।
इससे पहले कि हम रिश्तों के लिए वास्तु में जाएँ, हमें यह समझना बहुत जरूरी है कि संभाषण तथा सम्मान के माध्यम से संघर्ष का समाधान कैसे पाया जा सकता है । अगर आप अपने जीवनसाथी की परवाह करते हैं तो यहाँ कुछ आसान नियम दिए हैं जिनको आप अपने संघर्ष का हल निकालने के लिए एक पध्दति के रूप में अपना सकते हैं –
विभिन्न प्रकार के भावनाओं के बादलों के घिरने से वास्तव में क्या हुआ है यह स्पष्ट नहीं होता है । अगर आपका जीवनसाथी शोर मचाता है तो विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण हो जाता है कि आप अपनी आवाज न उठाएँ जिससे आपके जीवनसाथी को शांत होने के लिए वक्त मिल सके और प्रतिस्पर्धा के हित में स्वाभाविक संघर्ष को रोका जा सके । और हमें भरोसा है कि कोई भी संघर्ष उँची तथा कठोर स्वर के साथ हल नहीं हो सकता।
- एक दूसरे की सराहना करें –
कुछ अच्छा करने के लिए धन्यवाद देने से कोई व्यक्ति को चोट नहीं पहुँचाता । भले ही अपने जीवनसाथी ने गलती की हो तो भी उसको क्षमा करने से लंबे समय तक बड़ा फर्क पड़ सकता है ।
- पहले माफी माँगने में मत शरमाइये –
हालांकि दूसरे व्यक्ति के लिए माफी माँगने के लिए इंतजार करना पहले व्यक्ति के विचारों को उचित सिध्द कर सकता है । यह वास्तव में आश्वस्त संकेत है कि कैसे आप सही होने से ज्यादा परवाह करते हैं कि फिरसे समस्या के साथ मेल-मिलाप न हो जाए ।
- एक दूसरे की आँख से आँख मिलाओ –
अगर बहस पहले से ही शुरू हो गयी हो तो, बैठकर और आँख से आँख मिलाकर बात करें । अगर आपका पति या पत्नि बैठकर बात करना नहीं चाहता तो बातचीत में ` बड़ा और ज्यादा शांत व्यक्ति ‘ बनकर उनको अच्छी तरह से बैठने के लिए कहें । यह तरकीब आपके साथी का गुस्सा कम करने में काफी हद तक मदद कर सकती है ।
- दिखाईये की आप परवाह करते हैं –
असहमति के बीच में आप ताकत और दूसरे व्यक्ति को यह एहसास देना कि आप उसकी परवाह करते हैं और उन पर भरोसा करते हैं इस वास्तविकता को कम महत्त्व नहीं देना चाहिए । आपकी बात रखते हुए भी आप उनको बता सकते हैं कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं और आपको क्या दर्द दे रहा है और क्यों ?
अतिरंजित भाषा से अक्सर वास्तव में क्या हुआ है और इसके अलावा अतिरिक्त अपशब्द अतिशयोक्तिपूर्ण समझ का सबूत है जिससे परिस्थिति को और भी बुरा कर देती है । अगर आप कसम खाते हैं, तो दूसरी तरफ से ऐसे हो सकता है कि वे आपके कसम खाए हुए शब्दों को सिर्फ सुनेंगे और आपके वैध मुद्दों को सुनना बंद करेंगे जो आप बहस करते समय उनको समझाने की कोशिश कर रहें थे ।
- छोटी छोटी चीजो को मत कुरेदे –
छोटी सी बातों के लिए आपके साथी को मत चुनो । इससे केवल आप दोनों के बीच अधिक जोशपूर्ण बहस में वृध्दि होगी । उदाहरण के लिए, हर रोज जब आपका पति ऑफिस से घर आते हैं तब उन्होंने कुछ तकिए को दूसरी कुर्सी पर हटा दिए हो और आपने उनको फिरसे जगह पर रख दिया हो । इसको आदत बना लो । उसी प्रकार से, अगर आपकी पत्नि आपके कपडे व्यवस्थित रखना पसंद करती है तो उसे कपडे ठीक से लगाने दें ताकि आप दोनों भी खुश रहें । बार बार टोकना किसी को भी मदद नहीं करता ।
दम्पति अपने विवाह में प्यार, स्नेह पाने के लिए तथा विवाह समस्याओं से दूर रहने के लिए वास्तु शास्र का प्रयोग कर सकते हैं । शांतिपूर्ण तथा सुखी वैवाहिक जीवन के लिए यहां कुछ वास्तु उपाय दिए हैं –