व्यवसाय में सफलता न केवल मालिक, प्रबंधन (मैनेजमेंट) और हिस्सेदारी अथवा हितधारकों के लिए बल्कि कर्मचारियों और अन्य लोगों से भी जुड़ी है। यह उन्हें कार्य के विकास की गारंटी देता है। आज कल की कड़ी प्रतियोगिता में हर कंपनी बाकी की तुलना में कुछ अलग करने की कोशिश करती है। व्यवसाय के लिए वास्तु वह कारक है जो आपके व्यवसाय को आपके प्रतिद्वंद्वियों से अलग करता है। व्यवसाय के लिए वास्तु उपायों का पालन करके आप ग्राहकों से अधिक सकारात्मक संबंध, बेहतर बिक्री, अधिक संगठित दफ़्तर और सबसे महत्वपूर्ण समर्पित कर्मचारियों द्वारा पूर्ण क्षमता से काम कर पाते हैं। मौजूदा दफ़्तर में मामूली परिवर्तन जैसे कर्मचारियों के बैठने की व्यवस्था जैसे सरल बदलावों द्वारा व्यवसाय में सकारात्मक परिवर्तन किया जा सकता है।
सरल वास्तु के सिद्धांतों अपनाने के बाद आपके जीवन में इसका असर 9 से 180 दिनों के भीतर आने लगता है और जीवन पर सकारात्मक प्रभाव लाता है और आपके जीवन में होने वाली समस्याओं को करता हैं।
सरल वास्तु के अनुसार, यदि आपके व्यवसाय में लगातार नुकसान हो रहा है, तो इसका कारण आपके कार्यस्थल या दफ्तर में असंतुलित कॉस्मिक ऊर्जा प्रवाह हो सकता है जो आपके लाभ और विकास को प्रभावित करता है। सरल वास्तु विशेषज्ञ आपके व्यवसाय को प्रभावित करने वाले क्षेत्र के आस पास उपस्थित असंतुलित ऊर्जा का पता लगा कर उनके लिए उचित समाधान बताते हैं।
काम करते समय सामना करने के लिए लाभदायक दिशा-निर्देश मुख्य निर्णय निर्माता और जन्म के प्रमुख हितधारकों की तारीखों के आधार पर सलाह दी जाती है। ये निर्देश आपके कार्यालय के मुख्य द्वार की स्थिति के लिए भी उपयोग किए जा सकते हैं।
कार्यालय में होने वाले छोटे-मोटे बदलावों जैसे चीज़ों को विशेष स्थान पर रखने से कॉस्मिक उर्जा के सरल बहाव में सहायता मिलती है। यह व्यापार में सफलता व समृद्धि को आकर्षित करता है।
गुरुजी के सरल वास्तु सिद्धांतों के अनुसार, किसी व्यक्ति और परिवार द्वारा सामना की जाने वाली अनेक बाधाएं उनके भीतर और आस-पास कॉस्मिक ऊर्जा के असंतुलन के कारण होती हैं।
आप कॉस्मिक ऊर्जा को संतुलित कर अपने जीवन में होने वाली समस्याओं को दूर करके सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकते हैं।
गुरुजी के अनुसार, किसी व्यक्ति के लिए सही दिशा केवल उसकी जन्म तिथि पर आधारित होती है।