घर में रसोई का निर्माण करते समय उसकी संरचना पर सबसे अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए। यही वह स्थान है जहां पर अग्नि तत्व रहता यानि कि यही वह जगह है जहां से परिवार के प्रत्येक सदस्य का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। भोजन पोष्टिक और सकारात्मक गुणों वाला हो इस पर वास्तु विशेष ध्यान देता है। रसोई बनाते के लिए दो और महत्वपूर्ण कारणों पर ध्यान देना ज़रूरी है। पहला कि ये वह स्थान है जहां पर घर के लोगों के लिए भोजन बनाया जाता है और दूसरा की घर की महिलाएं अपना अधिकतर समय रसोई में ही बिताती है। इसलिए रसोई में लगाए जाने वाले उपकरणों की दिशा के लिए वास्तु नियमों का विशेष रूप से पालन किया जाना चाहिए।
सरल वास्तु सिद्धांतो को अपने जीवन में अपनाने के बाद आपके जीवन से सम्बंधित कई समस्याओं को आप 7 से 180 दिनों के भीतर हल कर सकते हैं।
इसके जरिए आप अपने जीवन की अनेक समस्याओं जैसे स्वास्थ्य, धन, शिक्षा, विवाह, रिश्ते, नौकरी या करियर और व्यवसाय आदि को हल कर सकते हैं।
गुरुजी के सरल वास्तु सिद्धांतों के अनुसार, व्यक्तियों और परिवारों द्वारा सामना की जाने वाली बाधाएं या समस्याएँ उनके भीतर और आस-पास कॉस्मिक ऊर्जा के असंतुलन के कारण होती हैं।
आप कॉस्मिक ऊर्जा को संतुलित करके अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाकर समस्याओं को दूर कर सकते हैं।
गुरुजी के अनुसार, किसी व्यक्ति के लिए सही दिशा केवल उसकी जन्म तिथि पर आधारित होती है