अनेक स्कूलों के पाठ्यक्रमों में आपके कार्यालय में आने वाले क्लाइंट के साथ व्यवहार करने के उचित शिष्टाचार को सिखाया जाता है। और इन शिष्टाचारों को अनुभव से भी सीखा जाता है। लेकिन व्यवसाय प्रबंधन में एक विज्ञान है जिसे किसी भी स्कूल में नहीं पढ़ाया जाता है और यह विज्ञान वास्तु शास्त्र का व्यवसाय में लाभ के लिए किस प्रकार से प्रयोग किया जाए है।
जब कोई क्लाइंट (या इस संदर्भ में कोई भी व्यक्ति) कार्यालय में आता है, तो वह अपने साथ संभावित कारोबारी अवसर भी लाता है, जिन्हें आज के कड़े प्रतिस्पर्धा के युग में गंवाया नहीं जाना चाहिए। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितना अच्छा बोलते हैं या आपका प्रस्तुतीकरण कितना भी अच्छा क्यों न हो, क्लाइंट द्वारा कोई भी फैसला करने से पहले आपके कार्यालय को भी देखा जाएगा। और लाखों रूपये खर्च करके कार्यालय की सजावट करना कोई समाधान नहीं है; इसे सौन्दर्य रूप से सजाना और इसका निर्माण करना ही उत्तर है।
यहीं पर अब वास्तु शास्त्र की भूमिका की शुरुआत होती है। जैसे ही कोई क्लाइंट आपके कार्यालय में आता है, उसमें सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार होना चाहिए; उसमें यह अनुभूति पैदा होनी चाहिए कि कारोबार करने की यही जगह है। और वास्तु से ऊर्जा के प्रवाह में बढ़ोतरी होती है जो अंतत: आपके लिए लाभदायक साबित होगी। वास्तु में आपके कार्यालय में छोटे और बड़े परिवर्तनों की सिफारिश की जाती है, लेकिन क्योंकि यह हर व्यक्ति के लिए भिन्न भिन्न होती हैं और स्थान के अनुसार होती हैं, केवल सरल वास्तु के विशेषज्ञ आपको सही तस्वीर की जानकारी दे पाएंगे।
इस लेख में हमने कुछ सामान्य वास्तु टिप्स के पर प्रकाश डाला है ताकि आपके कार्यालय में आने वाले क्लाइंट को प्रभावित किया जा सके:
1. कार्यालय का मुख्य प्रवेश द्वारा विस्तृत, साफ सुथरा और अव्यवस्था से रहित होना चाहिए। आवाजाही में कोई रूकावट नहीं होनी चाहिए। इसमें प्रकाश की भी उचित व्यवस्था होनी चाहिए। कमरे की छत पर कोई बीम नहीं होनी चाहिए।
2. कार्यालय की व्यवस्था इस प्रकार से की जानी चाहिए कि हर विभाग अपनी पसंदीदा दिशा में होना चाहिए। ऐसा ही बॉस के कमरे और मीटिंग रूम के लिए होना चाहिए, जहां पर क्लाइंट परस्पर बातचीत करते हैं।
3. बॉस की कुर्सी के पीछे एक पेंटिंग, विशेष रूप से पहाड़ी की टंगी होनी चाहिए। यह सपोर्ट और शक्ति की परिचायक है।
4. स्वागत कक्ष में जल स्रोत जैसे फव्वारा आदि रखें। साथ ही बॉस के केबिन में एक्विरियम होना चाहिए।
5. ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाने के लिए वास्तु में और भी टिप्स हैं और आपके लिए अधिक कारोबार और क्लाइंट्स प्राप्त करने में लाभदायक साबित होते हैं।