घर, हमारे लिए केवल एक रहने मात्र का स्थान नहीं है बल्कि एक ऐसी जगह है जहां हम अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा अपने परिवार व दोस्तों के साथ बिताते हैं। इस भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में घर हमारे लिए आराम और सुकून ले कर आता है।
लेकिन अगर आपके घर का वातावरण सामंजस्यपूर्ण और आरामदायक नहीं है, तो यह आपके पूरे परिवार की सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
अगर ऐसा नहीं है, तो आपके घर को ऊर्जा का असंतुलन प्रभावित कर रहा है।
घर के लिये “सरल वास्तु” आपको इन नकारात्मक प्रभावों से बचाने के लिए आपकी जन्मतिथि के आधार पर व्यक्तिगत समाधान प्रदान करता है। यह वैज्ञानिक अल्गोरिथम के आधार पर आपके लिये सरल वास्तु सिद्धांतों के द्वारा सफलता व खुशियों के नए द्वार खोलता है। इन समाधानों/उपायों में आपके घर में कोई बड़े संरचनात्मक या स्ट्रक्चरल परिवर्तन और टूट-फूट शामिल नहीं हैं।
गुरुजी के सरल वास्तु सिद्धांत, आपको उन कारणों की पहचान करने में मदद करते हैं जो आपके घर में ऊर्जा असंतुलन पैदा करते हैं। इस असंतुलित ऊर्जा के लिए कई दिशा और प्लेसमेंट से संबंधित कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। असंतुलित ऊर्जा से आपके परिवार में विभिन्न समस्याएं हो सकती हैं जैसे:
सरल वास्तु सिद्धांतों का उपयोग करते हुए, हम आपके घर में कॉस्मिक ऊर्जा की उपस्थिति और संतुलन के आधार पर घर की योजना व ले-ऑउट तैयार करते हैं। घर के वास्तु को देखने के बाद हम उन प्रमुख समस्याओं का पता करते हैं जो आपके घर में हो सकती हैं – बिना आपसे पूछे ! हम आपको उन समस्याओं का मूल कारण भी बताते हैं।
घर के लिए वास्तु उपाय, घर के मुखिया की जन्मतिथी और घर के लिए वास्तु की योजना के आधार पर दिया जाता है। ये उपाय आपके घर में ऊर्जा को संतुलित करते हुए सकारात्मक परिवर्तन लाते हैं।
वर्ष 2000 के बाद से ही, गुरुजी ने सरल वास्तु सिद्धांतों का उपयोग करते हुए अपने लाखों अनुयायियों के जीवन में बदलाव व खुशियां लायी हैं।
गुरुजी के अनुसार “वास्तु शास्त्र व्यक्ति की जन्म तिथि पर आधारित है”।
यह सभी पर लागू सामान्य दिशानिर्देशों का एक सेट नहीं है यानी हर किसी के जीवन में एक समान वास्तु नियम बदलाव नहीं ला सकते।
उदाहरण के लिए, एक अपार्टमेंट में, जहां एक परिवार बहुत धन कमाने के साथ स्वस्थ रह सकता है, वहीं उसी अपार्टमेंट में रहने से, अन्य परिवार आर्थिक हानि व स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां झेल सकता है।