घर के लिए वास्तु

घर, हमारे लिए केवल एक रहने मात्र का स्थान नहीं है बल्कि एक ऐसी जगह है जहां हम अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा अपने परिवार व दोस्तों के साथ बिताते हैं। इस भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में घर हमारे लिए आराम और सुकून ले कर आता है।

लेकिन अगर आपके घर का वातावरण सामंजस्यपूर्ण और आरामदायक नहीं है, तो यह आपके पूरे परिवार की सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

  • क्या आप काम से घर वापस आने के बाद खुश और तरोताजा महसूस करते हैं?
  • क्या आपके अपने परिवार के लोगों से अच्छे रिश्ते हैं?
  • क्या आप एक अच्छी स्वस्थ जीवनशैली जी रहे है? और क्या आपको रात में नींद अच्छी आती है?
  • क्या आप आर्थिक रूप से संतुष्ट हैं?

अगर ऐसा नहीं है, तो आपके घर को ऊर्जा का असंतुलन प्रभावित कर रहा है।

घर के लिये “सरल वास्तु” आपको इन नकारात्मक प्रभावों से बचाने के लिए आपकी जन्मतिथि के आधार पर व्यक्तिगत समाधान प्रदान करता है। यह वैज्ञानिक अल्गोरिथम के आधार पर आपके लिये सरल वास्तु सिद्धांतों के द्वारा सफलता व खुशियों के नए द्वार खोलता है। इन समाधानों/उपायों में आपके घर में कोई बड़े संरचनात्मक या स्ट्रक्चरल परिवर्तन और टूट-फूट शामिल नहीं हैं।

घर के लिए वास्तु में शामिल कुछ प्रमुख बातें है:

  • बाथरूम, किचन, बेडरूम की सही दिशा
  • रसोई गैस, रसोई और बाथरूम के पानी के नल, रसोई सिलेंडर का प्लेसमेंट
  • कई अन्य सामान जो घर में रखे जाते हैं उनका स्थान

गुरुजी के सरल वास्तु सिद्धांत, आपको उन कारणों की पहचान करने में मदद करते हैं जो आपके घर में ऊर्जा असंतुलन पैदा करते हैं। इस असंतुलित ऊर्जा के लिए कई दिशा और प्लेसमेंट से संबंधित कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। असंतुलित ऊर्जा से आपके परिवार में विभिन्न समस्याएं हो सकती हैं जैसे:

  • परिवार के सदस्यों में गंभीर स्वास्थ्य परेशानियां
  • परिवार के भीतर वित्तीय/आर्थिक समस्याएं
  • बच्चों में ध्यान और एकाग्रता की कमी
  • कैरियर और नौकरी से संबंधित समस्याएँ
  • विवाह व रिलेशनशिप सम्बंधित समस्याएं

सरल वास्तु सिद्धांतों का उपयोग करते हुए, हम आपके घर में कॉस्मिक ऊर्जा की उपस्थिति और संतुलन के आधार पर घर की योजना व ले-ऑउट तैयार करते हैं। घर के वास्तु को देखने के बाद हम उन प्रमुख समस्याओं का पता करते हैं जो आपके घर में हो सकती हैं – बिना आपसे पूछे ! हम आपको उन समस्याओं का मूल कारण भी बताते हैं।

घर के लिए वास्तु उपाय, घर के मुखिया की जन्मतिथी और घर के लिए वास्तु की योजना के आधार पर दिया जाता है। ये उपाय आपके घर में ऊर्जा को संतुलित करते हुए सकारात्मक परिवर्तन लाते हैं।

घर के लिए वास्तु के लिए सामान्य मिथक:

वर्ष 2000 के बाद से ही, गुरुजी ने सरल वास्तु सिद्धांतों का उपयोग करते हुए अपने लाखों अनुयायियों के जीवन में बदलाव व खुशियां लायी हैं।

गुरुजी के अनुसार “वास्तु शास्त्र व्यक्ति की जन्म तिथि पर आधारित है”।

यह सभी पर लागू सामान्य दिशानिर्देशों का एक सेट नहीं है यानी हर किसी के जीवन में एक समान वास्तु नियम बदलाव नहीं ला सकते।

उदाहरण के लिए, एक अपार्टमेंट में, जहां एक परिवार बहुत धन कमाने के साथ स्वस्थ रह सकता है, वहीं उसी अपार्टमेंट में रहने से, अन्य परिवार आर्थिक हानि व स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां झेल सकता है।

मुख्य द्वार के लिए वास्तु

क्या आप स्वास्थ्य या वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे हैं? कारण आपके मुख्य द्वार की गलत दिशा हो सकती हैं।

रसोई के लिए वास्तु

आपकी रसोई में ऊर्जा का असंतुलन आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता हैं। आपकी रसोई घर में ऊर्जा के असंतुलन को पैदा करने वाले कारकों की पहचान की जा सकती है। घर की दिशा और संरचना असंतुलित ऊर्जा की जिम्मेदार हो सकती हैं।

बेडरूम/ शयनकक्ष के लिए वास्तु

शयनकक्ष का हर किसी के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान होता है क्योंकि हम शयनकक्ष में 6-8 घंटे बिताते हैं। इसकी सहायता से हमारे शरीर के सात चक्रों को कॉस्मिक ऊर्जा के साथ चैनलाइज़ करके सक्रिय किया जा सकता है।

पूजा कक्ष के लिए वास्तु

क्या आपकी प्रार्थनाओं व पूजा का कोई सकारात्मक उत्तर या प्रभाव आपको नहीं मिल रहा है? इसका कारण आपके पूजा कक्ष में रहने वाली नकारात्मक ऊर्जा है जो सीधे रूप से आपको प्रभावित करने का कारण हो सकती हैं।

स्टडी रूम के लिए वास्तु

क्या आपको लगता है कि केवल उत्तर / पूर्व दिशा ही पढ़ाई के लिए सही दिशा है? अध्ययन के लिए 6 और दिशाएं है जो फायदेमंद साबित हो सकती है। छात्र की अनुकूल दिशा उसकी जन्म तिथि के आधार पर निर्धारित की जाती है।

शौचालय/बाथरूम के लिए वास्तु

शौचालय और स्नानघर आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रमुख स्रोत हैं, जो घर में लगातार बनी रहने वाली शारीरिक और मानसिक परेशानियों का मुख्य कारण होता है।